नोएडा एयरपोर्ट पर बड़ा अपडेट, उतर सकेंगे बड़े विमान और तय समय सीमा से पहले होगा चालू
नोएडा एयरपोर्ट पर बड़ा अपडेट, उतर सकेंगे बड़े विमान और तय समय सीमा से पहले होगा चालू
बताया जा रहा है कि निर्धारित समय सीमा के भीतर सबसे आधुनिक एयरपोर्ट बनकर तैयार हो जाएगा। टर्मिनल बिल्डिंग के अलावा यहां बन रहा हवाई यातायात नियंत्रण (एटीसी) टावर 38 मीटर ऊंचा होगा।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को मूर्त रूप देने में तीन हजार कर्मचारी दिन-रात काम में जुटे हैं। एयरपोर्ट के टर्मिनल बिल्डिंग की नींव तीन मीटर गहरी है। टर्मिनल बिल्डिंग की राफ्ट का काम पूरा हो गया है। इसमें 1700 घन मीटर से अधिक कंक्रीट का इस्तेमाल किया गया है। तय समय पर निर्माण कार्य पूरा करके यहां से उड़ाने शुरू करने के लक्ष्य पर काम किया जा रहा है। जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण विकासकर्ता कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रालि कर रही है। टाटा प्रोजेक्ट्स इस परियोजना के निर्माण में जुटा है। टर्मिनल बिल्डिंग, एटीसी बिल्डिंग और रनवे का काम एक साथ किया जा रहा है। एयरपोर्ट की ओर से ट्वीट करके जानकारी दी गई है कि टर्मिनल बिल्डिंग की राफ़्ट का काम पूरा हो गया है। इस बिल्डिंग की नींव तीन मीटर गहरी है। राफ्ट में 1700 घन मीटर से अधिक कंक्रीट का प्रयोग किया गया है। एयरपोर्ट का निर्माण कार्य करीब तीन हजार श्रमिक कर रहे हैं। यहां 40 डिग्री तापमान में श्रमिक एयरपोर्ट को आकार देने में जुटे हैं।
38 मीटर ऊंचा होगा एटीसी टॉवर
एयरपोर्ट का निर्माण कार्य शुरू हुए करीब एक साल पूरा होने वाला है। अब तक यहां करीब 60 लाख मानव घंटे काम हो चुका है। एयरपोर्ट प्रबंधन का कहना है कि श्रमिकों की सुरक्षा सर्वोपरि है। निर्धारित समय सीमा के भीतर सबसे आधुनिक एयरपोर्ट बनकर तैयार हो जाएगा। टर्मिनल बिल्डिंग के अलावा यहां बन रहा हवाई यातायात नियंत्रण (एटीसी) टावर 38 मीटर ऊंचा होगा। एक ईंधन फार्म, टैक्सीवे, रनवे आदि बनाए जा रहे हैं। जनवरी में एटीसी टावर को एयरपोर्ट अथॉरिटी को सौंप दिया जाएगा, ताकि वे आवश्यक सिस्टम लगाना शुरू कर सकें। इस एयरपोर्ट का रनवे बड़े विमानों को भी उतारने में सक्षम होगा।
17 किलोमीटर लंबी है चारदीवारी
जेवर एयरपोर्ट का पहला चरण 1334 हेक्टेयर में बनाया जा रहा है। इसकी चारदीवारी करीब 17 किमी लंबी है। इसकी कनेक्टिविटी को लेकर भी काम चल रहा है। जेवर और आईजीआई एयरपोर्ट को मेट्रो से जोड़ने की योजना है। दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे को जेवर एयरपोर्ट से जोड़ा जाना है। इसके जुड़ते ही आईजीआई और जेवर एक और सड़क मार्ग से जुड़ जाएंगे। जेवर एयरपोर्ट के पास से ही हाईस्पीड रेल गुजरनी है। इसका स्टेशन जेवर एयरपोर्ट में बनाया जाना प्रस्तावित है।
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