जेवर एयरपोर्ट पर अयोध्या, वाराणसी और हरिद्वार की दिखेगी झलक, जानें कब तक पूरा हो जाएगा काम
जेवर एयरपोर्ट पर अयोध्या, वाराणसी और हरिद्वार की दिखेगी झलक, जानें कब तक पूरा हो जाएगा काम
नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की पैरंट कंपनी ज्यूरिख कंपनी है. नोएडा अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल के बाहरी कोर्ट की सीढ़ियां वाराणसी और हरिद्वार के मशहूर घाटों से प्रेरित है. नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट में दो टर्मिनल कॉन्प्लेक्स बनाए जा रहे हैं जिनके पूरा हो जाने के बाद टर्मिनल-1 में हर साल 30 मिलियन यात्रियों की क्षमता होगी और टर्मिनल-2 में हर साल 40 मिलियन यात्रियों की क्षमता होगी. यात्रियों के आवागमन के लिए इन टर्मिनल को आपस में जोड़ा जाएगा पैदल चलने की दूरी और पर्यावरण पर प्रभाव कम किया जाएगा. 2024 के प्रथम चरण में पूरा हो जाने के बाद यात्री क्षमता की अगर बात करें तो 12 मिलियन प्रतिवर्ष यात्री यहां पर ट्रैवल करेंगे और जब चौथा चरण पूरा हो जाएगा तो यात्रियों की संख्या बढ़कर 70 मिलियन हो जाएगी.
पूरी तरह से होगा डिजिटल एयरपोर्ट
एयर ट्रैफिक मूवमेंट 2024 में 1 लाख प्रति वर्ष जोड़ा गया है. वहीं चौथे चरण पूरा होने के बाद इसे 5 लाख प्रति वर्ष के हिसाब से कैलकुलेट किया गया है. इसके साथ ही कार्गो की क्षमता प्रथम चरण के बाद ढाई लाख टन होगी और यही चार चरण पूरा होने के बाद 1.2 मिलियन हो जाएगी. नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को पूरी तरह से डिजिटल एयरपोर्ट बनाया जाएगा. इसमें इनडोर नेविगेशन, पैसेंजर फ्लोर मैनेजमेंट, स्मार्टफोन द्वारा चेक इन, बैगेज ड्रॉप और सभी चेकप्वाइंट पर डिजिटल प्रोसेसिंग जैसे टेक्नोलॉजीज का इस्तेमाल किया जा रहा है.
कनेक्टिविटी पर रखा गया है विशेष ध्यान
NOIDA AIRPORT: OVER 55,000 SQ METRE LAND ALLOTMENT APPROVED TO HOUSE CISF
Allotment of over 55,000 sq metres of land along the Yamuna Expressway has been approved for housing the Central Industrial Security Force (CISF) personnel who will be tasked with the security of the upcoming Noida International Airport, according to an official statement. The decision, among others, was approved by the Yamuna Expressway Industrial Development Authority (YEIDA) during its 76th board meeting on Monday.
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